NEET-Plant Kingdom(वनस्पति जगत) Previous Year Questions with explanation



वनस्पति जगत

(Plant Kingdom)

Previous Year Questions


Note:- प्रीवियस ईयर के questions रिपीट होते हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें

1. पाइनस के बीज कवक के सहयोग के बिना अंकुरित और स्थापित नहीं हो सकते। यह किस कारण होता है?( 2019)

     (a)  बीज में बाधक उपस्थित होते हैं जो अंकुरण को रोकते हैं।

(b)  इसका भ्रूण अपरिपक्व होता है।

(c)   इसका कवकमूल (माइकोराइजा) के साथ अनिवार्य सम्बन्ध है।             

(d)  इसका बीजावरण बहुत कठोर होता है।


2. विकासात्मक दृष्टि से जनक बीजाणु-उद्भिद् में मादा युग्मकोद्भिद् के साथ विकासशील तरुण भ्रूण को कुछ समय के लिए धारण रखना पहली बार किसमें देखा गया? ( 2019)

 (a)  अनावृतबीजी             

 (b)   लिवरवर्ट

 (c)   मॉस                  

(d)  टेरिडोफाइट


3. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?( 2018)

(a) हॉर्सटेल्स अनावृतबीजी हैं।            

(b) सिलेजिनेला एक विषमबीजाणु वाला है, जबकि सैल्वीनिया एक समबीजाणु वाला है।

(c) अनावृतबीजियों में बीजाण्ड अण्डाशय भित्ति द्वारा परिबद्ध नहीं होते।

(d) साइकस और सिड्रस दोनों में साधारणतया तने अशाखित होते हैं।

 

4. निम्नलिखित में से कौन-सा गलत रूप में सुमेलित है?(2018)

(a) जेमा धानी - मार्केशिया              

(b) द्विकशाभिक चलबीजाणु - भूरे शैवाल

(c) एककशाभिक युग्मक - पॉलिसाइफोनिया

(d) एककोशिक जीवक्लोरेला

 

5. निवही शैवाल का एक उदाहरण कौन-सा है?(2017)

(a) क्लोरेला        

(b) वॉल्वाक्स

(c) यूलोथ्रिक्स      

(d) स्पाइरोगाइरा

 

6. निम्नलिखित में से बेमेल को चुनिए(2017)

(a) पाइनस - एकलिंगाश्रयी             

(b) साइकस- एकलिंगाश्रयी

(c) साल्विनिया-विषमबीजाणु

(d) इक्वीसीटम-समबीजाणु

 

7.युग्मज अर्द्धसूत्री विभाजन किसका विशिष्ट लक्षण है?(2017)

(a) मार्केशिया       

(b) फ्यूकस

(c) फ्यूनेरिया       

(d) क्लेमाइडोमोनॉस

 

8. एक्टोकार्पस और फ्यूकस के जीवन चक्र क्रमशः कैसे है( 2017)

(a) अगुणितकी, द्विगुणितीय

(b) द्विगुणितकी, अगुणित-द्विगुणितकी

(c) अगुणित-द्विगुणितकी, द्विगुणितीय

(d) अगुणित-द्विगुणितकी, अगुणितकी

 

9.शंकुधारी पादप पर्यावरण की चरम दशाओं को सहन द्य करने के लिए अनुकूलित होते हैं, क्योंकि उनमें  (2016)

(a) मोटी उपत्वचा होती है।

(b) वाहिकाओं की उपस्थिति होती है।

(c) चैड़ी कठोर पत्तियाँ होती है।

(d) रंध्र सतह पर होते हैं।

 

10. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है?
(2016)

(a) ऐगार-ऐगार, जिलीडियम और ग्रेसिलेरिया से प्राप्त किया जाता है।

(b) लेमिनेरिया और सारगैसम खाद्य के रूप में प्रयुक्त किये जाते हैं।

(c) शैवालें अपने सन्निकट पर्यावरण में घुलित ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाती है।

(d) ऐल्जिन लाल शैवालों से तथा कैराजिनेन भूरे शैवालों से प्राप्त किया जाता है।

 

11. सही कथन चुनिए(2016)

(a) सिकोइया सबसे लम्बे वृक्षों में से एक है। 

(b) अनावृतबीजी पादपों की पत्तियाँ जलवायु की चरमता के लिए अनुकूलित नहीं होती हैं।

(c) अनावृत्तबीजी, समबीजाणुक और  विषमबीजाणुक, दोनों प्रकार के होते हैं।

(d) साल्विनिया, गिन्कगो और पाइनस, ये सभी अनावृत्तबीजी हैं।

 

12. ब्रायोफाइट और टेरिडोफाइट में नर युग्मक के अभिगमन के लिए किसकी आवश्यकता होती है?(2016)

(a) पक्षी        

(b) जल

(c) पवन       

(d) कीट

 

13. कारा के विषय में निम्नलिखित में से कौन-सा गलत है?(2014)

 (a) ऊपरी अंडधानी और निचली गोल पुंधानी।                           

 (b) ग्लोब्यूल और न्यूक्यूल की एक ही पौधे पर उपस्थिति।

 (c) ऊपरी पुंधानी और निचली अंडधानी।                     

 (d) ग्लोब्यूल नर प्रजनन संरचना है।

 

14. पीट बनने के लिए कौन-सा उत्तरदायी है?(2014)

 (a) मारकैंशिया     

 (b) रिक्सीया

 (c) फ्यूनेरिया       

 (d) स्फैग्नम

 

15. कोशिकाओं की न्यूनतम संख्या वाला नर युग्मकोद्भिद् किसमें होता है?(2014)

(a) टेरिस         

(b) फ्यूनेरिया

(c) लिलियम      

(d) पाइनस

 

16. गलत कथन को चुनिएँ(2013)

(a) समयुग्मक रचना, कार्य और व्यवहार में समान होते हैं।     

(b) विषमयुग्मक रचना, कार्य या व्यवहार में भी भिन्न होते हैं।

(c)  ऊमाइसिटीज में मादा युग्मक अपेक्षाकृत छोटा और चल होता है जबकी नर युग्मक बड़ा और   अचल होता है।

(d) क्लेमाइडोमोनास समयुग्मन और विषमयुग्मन दोनों को दर्शाता है और फ्यूकस अंडयुग्मन को दर्शाता है।

 

17. समयुग्मक अवस्था के साथ अकशाभी युग्मक किसमें पाये जाते हैं?(2013)

 (a) क्लेमाइडोमोनास

(b) स्पाइरोगायरा

(c) वॉल्वॉक्स

(d) फ्यूकस

 

18. उभयलिंगाश्रयी पादप कारा किसके होने को दर्शाता है?(2013)

(a) पुंधानीधर और स्त्रीधानीधर एक ही पौधे पर।       

(b) पुंकेसर ओर अंडप एक ही पौधे पर।

(c) ऊपर की ओर पुंधानी और नीचे की ओर अण्डधानी एक ही पौधे पर।

(d) ऊपर की ओर अण्डधानी और नीचे की ओर पुंधानी एक ही पौधे पर।

 

19. निम्नलिखित कथनों (A-E) को पढ़िए और उसके बाद दिए प्रश्न का उत्तर दीजिए।.(2013)

(A) लिवरवर्ट (यकृत काय) मॉस और फर्न में युग्मकोद्भिद स्वतन्त्र जीवी होता है 

(B) अनावृतबीजी और कुछ फर्न विषमबीजाणुक होते है।

(C) फ्यूकस, वॉल्वॉक्स और एल्बूगों में लैंगिक प्रजनन अण्डयुग्मनज होता है।

(D) लिवरवर्ट (यकृत काय) का बीजाणुद्भिद् मॉस के बीजाणुद्भिद् से अधिक विस्तृत होता है।

(E) पाइनस और मारकैंशिया दोनों एकलिंगाश्रयी होते है

उपरोक्त में से कितने कथन सही है?

(a)    एक        

(b)     दो

(c)    तीन        

(d)   चार

 

20.निम्नलिखित में कौन-सा एक कथन सही है?(2012)

(a) टेरिडोफाइट्स के युग्मकोद्भिद में एक प्रोटोनीमा एवं पत्तीदार अवस्था होती है

(b) अनावृतबीजी का मादा युग्मकोद्भिद स्वतंत्र जीवी होता है।

(c) टेरिडोफाइट्स मे पुंधानीधरं तथा स्त्रीधानीधर होते हैं

(d) बीज प्रवृत्ति की उत्पति टेरिडोफाइट्स में खोजी जा सकती है।


                   उत्तर

Answers

1. (c)
2. (d)
3. (c)
4. (c)
5. (b)
6. (a)
7. (d)
8. (c)
9. (a)
10. (d)
11. (a)
12. (b)
13. (c)
14. (d)
15. (c)
16. (c)
17. (b)
18. (d)
19. (c)
20. (d)


व्याख्या
(Explanation)

1. पोषक पदार्थों का मृदा से अवशोषण करने में पादप की मदद करती है, वही पादप कवक को अ​धिक ऊर्जा देने वाले कार्बोहाइड्रेटस उपलब्ध कराते हैं।

2. टेरिडोफाइट जैसे-सिलैजिनेला. साल्वीनिया में दो प्रकार के-बृहद् (बड़े) तथा लघु (छोटे) स्पोर बनते हैं। जिन्हें क्रमशः विषमबीजाणु कहते हैं। बड़े बृहद् बीजाणु (मादा) तथा छोटे लघु बीजाणु (नर) से क्रमशः मादा तथा नर युग्मकोदि्भद् बन जाते हैं ऐसे पौधों में मादा यग्मकोदि्भद् अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पैतृक स्पोरोफाइट से जुड़ा रहता है। मादा युग्मकोदि्भद् में युग्मनज का विकास होता है, जिससे एक नया शैशव भ्रूण बनता है। यह घटना विकास में बहुत महत्वपूर्ण समझी जाती है जो बीजी प्रकृति की ओर ले जाती है।

3.जिम्नास्पर्म में अनावृत (Naked) बीजांड होते हैं। सिलैजिनेला व सैल्वीनिया दोनों दो प्रकार के बीजाणु उत्पन्न करते हैं- वृहद व लघु इसलिए विषमबीजाणु कहलाते हैं। इक्वीसीटम (हॉर्सटेल, स्काउरिंग रश) एक टेरिडोफाइट हैं। सिड्रस में तना  लेकिन साइकस में अशाखित होता हैं।

4. एक अचल नर युग्मक अथवा घुमणु (spermatium) पॉलिसाइफोनिया का मुख्य लक्षण हैं।

5. वॉल्वाक्स

6. पाइनस द्विलिंगाश्रयी (Monoecious) पादप है। पाइनस में नर व मादा कोन या Strobili एक पादप पर बनते है।

7. क्लेमाइडोमोनास में युग्मज (Zygote) अर्द्धसूत्री विभाजन (Meiosis) द्वारा विभाजित होता है। यह अगुणित (Haplontic) जीवन चक्र प्रदर्शित करता है।

8. एक्टोकार्पस अगुणित  द्विगुणितकी (Haplodiplontic) जीवन-चक्र धारण करते है वही फ्यूकस का जीवन चक्र द्विगुणितक (Diplontic) होता है।

9. कोनीफर्स में अनेक मरूदि्भदीय विशेषताएँ होती हैं, जैसे-सुई के आकार वाली पत्ति्त्यॉ (उदाहरण- पाइनस), शल्क-सदृश (उदाहरण-थूजा) या छोटी व चर्म-सदृश पत्ति्त्यॉ(उदाहरण -एराकोरियस),मोटी क्युटिकल, दृढ़ोतकीय अधस्त्वचा एवं वाष्पोत्सर्जन को कम करने के लिए धंसे हुए रंध्र। इस प्रकार ये पादप स​र्दिर्यों के उन दिनों के लिए अत्यंत अनुकूलित होते हैं जब मिट्टी जम जाती है तथा पानी की उपलब्धता बहुत कम होती है।

10. एलिजिनिक अम्ल की उत्पत्ति् भूरे शैवालों से होती है जब कि कैराजिनेन की उत्पत्ति् लाल शैवालों से हुई है।

11. सिकोइया सेमपेरवीरेस सबसे लम्बा अनावृतबीजी है। अनावृतबीजीयों की पत्ति्त्यॉ जलवायु की अधितम सीमा हेतु अनुकूलित होती है। इसी कारण अनावृतबीजी ठण्डे क्षेत्रों जहां वर्षा एवं बर्फ ही जल का मुख्य स्रोत है वहाँ फल फूल आते है। अनावृतबीजी विषमबीजाणुक होते है। अर्थात दो ​भिन्न् प्रकार के बीजाणु लघुबीजाणु व गुरु बीजाणु उत्पन्न करते है।

12. ब्रायोफाइटा एवं टेरिडोफाइटा के पुमणु कशाभित होते है अतः स्त्रीधानी तक पहुँचने के लिए इन्हें जल के बाहरी स्रोत की आवश्यकता होती है।

13. ‘कारा‘ की सभी जातियाँ लैंगिक रूप से जनन करती है जो उन्नत ऊगैमी (Oogamy) को प्रदर्शित करती है। नर एवं मादा जननांग को क्रमशः एन्थीरिडीया एवं उगोनिया कहते हैं नर के एन्थीरिडीया के गुच्छ या समूह को ग्लोब्यूल तथा मादा के जननांग को न्यूक्यूल कहते हैं। ये छोटी शाखाओं के पर्वसन्धियों पर विकसित होते हैं ग्लोब्यूल नीचे की ओर तथा न्यूक्यूल (मादा संरचना) ऊपर की ओर विकसित होती है।

14. स्फैग्नम की कुछ जातियाँ पीट निर्मित करती है जिसका उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है यह एक बहुवर्षीय पादप है जो वर्ष दर वर्ष वृद्धि करता है इसके पुराने भाग मृत हो जाने के पश्चात् भी अपघटित नहीं होते हैं, क्योंकि ये अम्ल का स्त्रावण करते हैं जो प्रति जीवाण्विक व कवकों के विरुद्ध क्रिया करता है। जिससे मृत पादप वर्ष दर वर्ष एकत्रित होते रहते हैं तथा एक सघन गहरे रंग की उच्च कार्बन मात्रा युक्त संरचना बना लेते हैं जिसे पीट कहते हैं। पीट ईंधन, पैराफीन, एसीटिक एसिड, पीट-टार व अमोनिया बनाने हेतु उद्योगों में काम में लिया जाता है।

15. लिलियम के नर युग्मकोदि्भद में कोशिकाओं की संख्या सबसे कम होती है। टेरिस एक बहुकोशिकीय युग्मकोदि्भद प्रौथेलस होता है जिसमें नर एन्थीरिडीया एवं मादा आर्कीगोनिया दोनों उपस्थित होते हैं। फ्यूनेरिया में भी द्विलिंगी युग्मकोदि्भद् पाया जाता है। पाइनस (जिम्नोस्पर्म) में युग्मकोदि्भद पाया जाता है में 3 कोशिकाए पायी जाती है।

16. ऊमाइसिटीज में अन्य ऊगेमस जीवों की तरह मादा युग्मक (Gamete) बड़ा तथा अगतिशील होता है जबकि नर युग्मक छोटा तथा गतिशील (Motile) होता है।

17. क्लेमाइडोमोनास में कशाभिका युक्त (Flagellated) युग्मक होते हैं जो कि आकार में समान या असमान होते हैं। वॉल्वॉक्स तथा फ्यूकस में अगतिशील मादा युग्मक तथा अगतिशील नर युग्मक उत्पन्न होते हैं (ऊगेमी)। स्पाइरोगायरा में युग्मक आकार में एक समान (आइसोगैमस) तथा अकशाभिकायुक्त होते हैं।

18. कारा में छोटी शाखाओं के होने से पुंधानी (Antheridium) तथा ऊगोनियम (क्रमशः ग्लोब्यूल तथा न्यूक्यूल) उत्पन्न होते हैं ग्लोब्यूल नीचे की ओर तथा न्यूक्यूल ऊपर की ओर होता है।

19. तीन


20. अधिकतर टेरिडोफाइट्स में सभी बीजाणु एक ही प्रकार के होते हैं ऐसे पौधे समबीजाणुक(Homosporous) कहलाते हैं। वंश जैसे सिलेजिनेला तथा साल्विनिया जो कि दो प्रकार के बीजाणु उत्पन्न करते हैं गुरू (बड़े) तथा लघु छोटे बीजाणु इन्हें विषमबीजाणुक (Heterosporous) कहते हैं। गुरू बीजाणु तथा लघुबीजाणु अंकुरित होकर क्रमशः मादा तथा नर युग्मकोदि्भद उत्पन्न करते हैं। इन पौधों में मादा युग्मकोदि्भद, जनक बीजाणुदि्भद पर अनिश्चित समय के लिए रहते हैं। युग्मनज (Zygote) का होता है। यह घटना बीज प्रकृति के लिए एक अग्रगामी है तथा विकास के लिए एक महत्वपूर्ण चरण माना गया है।

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YVS India
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11 May 2022 at 15:25 delete This comment has been removed by the author.
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