NEET-Structural Organisation in Animals(प्राणियों में संरचनात्मक संगठन ) Previous Year Questions with explanation


प्राणियों  में संरचनात्मक संगठन 

(Structural Organisation in Animals)

Previous Year Questions


Note:- प्रीवियस ईयर के questions रिपीट होते हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें

1.पक्ष्माभधारी उपकला कोशिकाएँ कणों अथवा श्लेष्मा को एक विशेष दिशा में संचालित करने के लिए जरूरी होती हैं। मानव में ये कोशिकाएँ उपस्थित होती हैं (2019)

(a) श्वसनिकाओं एवं डिंबवाहिनिओं में

(b)  पित्त वाहिनी एवं श्वसनिकाओं में

(c) डिंबवाहिनिओं एवं अग्न्याशयी वाहिनी में

(d)  युस्टेशियन नली एवं लार वाहिनी में


2.  तिलचट्टे की आहारनाल में मुख से आरम्भ कर अंगों के उचित क्रम का चयन करो(2019)

(a) ग्रसनी -ग्रसिका इलियम शस्थ पेषणी कोलन रैक्टम

(b) ग्रसनी ग्रसिका  शस्थ  पेषणी इलियम कोलन रैक्टम

(c) ग्रसनी ग्रसिका पेषणी शस्थ इलियम कोलन रैक्टम

(d) ग्रसनी ग्रसिका पेषणी इलियम शस्थ कोलन रैक्टम   


3.   निम्नलिखित में से कौन-से लक्षण नर कॉकरोच की पहचान मादा कॉकरोच से करते हैं?(2018)

(a) गहरे प्रवार आच्छद सहित अग्र पंख

(b)  पुच्छ शूक की उपस्थिति

(c)  नौवें उदर खंड पर नौका के आकार की उरोस्थि की उपस्थिति

(d)  गुदलूम की उपस्थिति


4.    नर मेंढक में शुक्राणुओं के स्थानांतरण के उचित मार्ग का चयन कीजिए(2017)

(a)  वृषण बिडर नाल वृक्क शुक्र वाहिकाएँ मूत्र-जनन वाहिनी अवस्कर 

(b)  वृषण शुक्र वाहिकाएँ वृक्क शुक्राशय मूत्र-जनन वाहिनीअवस्कर

(c)  वृषण शुक्र वाहिकाएँ -झ बिडर नाल - मूत्र-जनन वाहिनी अवस्कर

(d)  वृषण शुक्र वाहिकाएँ वृक्क बिडर नाल मूत्र-जनन वाहिनी अवस्कर


5.   मेंढक का हृदय शरीर से बाहर निकालने के पश्चात् कुछ समय तक धड़कता रहता है।(2017)

निम्न कथनों में उचित विकल्प का चयन कीजिए।

A. मेंढक एक असमतापी है।

B. मेंढक में कोई हृद परिसंचरण नहीं होता।

C. हृदय पेशीजनित प्रकृति का होता है।

D. हृदय स्वउत्तेजक होता है।

विकल्प:

(a) केवल C       

(b) केवल D

(c) A एवं B  

(d) C एवं D


6.   नर तिलचट्टे में शुक्राणु जननतंत्र के किस भाग में द्य भंडारित रहते हैं?(2016)

(a) वृषण   

(b) शुक्रवाहक

(c) शुक्राशय 

(d) मशरुम ग्रंथियाँ


7.   चिकनी पेशी होती हैं(2016)

(a) अनैच्छिक, बेलनाकार, रेखित

(b) ऐच्छिक, तर्कुरूपी, एककेन्द्रकीय

(c) अनैच्छिक, तर्कुरूपी, अरेखित    

(d) ऐच्छिक, बहुकेन्द्रकीय, बेलनाकार


8.   कौन-सा ऊतक अपनी स्थिति से सही-सही मैच करता है?(2016)

      ऊतक        -         स्थिति

(a) परिवर्ती उपकला  -     नासिकाग्र

(b) घनाकार उपकला  -    आमाशय अस्तर

(c) चिकनी पेशी      -    आँत्र भित्ति

(d) ऐरिओलर ऊतक   -    कंडरा


9.   निम्नलिखित में से कौन-सा लक्षण पेरिप्लैनेटा अमेरिकाना में नहीं पाया जाता?(2016)

(a) एसीटाइलग्लूकोसमीन से निर्मित बाह्यकंकाल    

(b) विखंडशः खंडित देह

(c) देहगुहा के रूप में दीर्घगुहा

(d) भ्रूणीय परिवर्धन के दौरान अनिर्धारित और अरीय


10.   गेप - जंक्शन का कार्य है(2015)

(a) पड़ोसी कोशिकाओं के बीच संप्रेषण में मदद करने के लिए, कोशिकाद्रव्य को जोड़े रखने के लिए ताकि आयन, छोटे अणु और कुछ बड़े अणु तीव्र गति से स्थानांतरित हो सकें।

(b) दो कोशिकाओं को एक दूसरे से पृथक रखने के लिए।

(c) किसी पदार्थ को ऊतक के पार निकलने से रोकने के लिए।

(d) पड़ोसी कोशिकाओं को परस्पर जोड़े रखने के लिए।


11.  तिलचट्टे की शरीर-कोशिकाएँ अपने नाइट्रोजनी अपशिष्ट को हीमोलिम्फ में प्रधान रूप से इस रूप में डाल देते हैं(2015)

(a) पोटैशियम यूरेट

(b) यूरिया

(c) कैल्शियम कार्बोनेट   

(d) अमोनिया


12.  सही मिलान वाले जोड़े का चुनाव कीजिए(2014)

(a) कंडरा (टेन्डन) - विशिष्टकृत संयोजी ऊतक

(b) वसा ऊतक - घना संयोजी ऊतक

(c) वायवीय ऊतक - शिथिल संयोजी ऊतक

(d)  उपास्थि - शिथिल संयोजी ऊतक


13. तिलचट्टे के निम्फ के अंतिम निर्मोचन के पश्चात् कौन-से बाहरी परिवर्तन दिखाई देने लगते हैं?(2013)

(a) मैन्डिबल अधिक कठोर हो जाते हैं।

(b)  गुदालूम (एनल सर्साई) बन जाते हैं।

(c) अग्र पंख और पश्च पंख दोनों बन जाते है।

(d) लैबियम बन जाता है।


14.   मानवों के रक्ताणुओं की तुलना में मेंढक के रक्ताणु (2012)

 (a) बिना केंद्रक के मगर हीमोग्लोबिन युक्त होते हैं।

(b)  केंद्रकयुक्त तथा हीमोग्लोबिन युक्त होते हैं।

(c)  कहीं ज्यादा छोटे और संख्या में कम होते हैं।

(d)  केद्रकयुक्त और बिना हीमोग्लोबिन वाले होते है।


15.   पेरिप्लैनेटा अमेरिकाना के संबंध में, निम्नलिखित में से सही कथन कौन-सा है, चुनिए?(2012)

(a) पृष्ठतः स्थित तंत्रिका तंत्र में खंडशः व्यवस्थित गैंगलिया (गुच्छिकाएँ) होते है तो एक एक जोड़ी अनुदैर्ध्य संयोजनों द्वारा जुड़े होते हैं।

(b) नरों में एक जोड़ी छोटे धागे जैसे गुदा शूक होते है

(c) मध्यांत्र तथा पश्चांत्र के संधि स्थल पर 16 बहुत लम्बी-लम्बी मैलपीघी नलिकाएँ होती हैं।

(d) भोजन का पीसा जाना केवल मुख-भागों द्वारा ही होता है

 

16.   निम्नलिखित में से वह कौन-सा एक लक्षण है जो मानवों तथा वयस्क मेंढकों, दोनों में समान पाया जाता है?(2012)

(a)  चार-कक्षीय हृदय      

(b)  आंतरिक निषेचन

(c)  केंद्रकित लाल रक्त कोशिकाएँ  

(d)  यूरिया उत्सर्गी विधि का उत्सर्जन

 

17.   मानवों में पक्ष्माभी स्तम्भाकार उपकला कोशिकाएँ कहाँ पायी जाती है?(2011)

(a) यूस्टेकियन नलिका तथा जठर अस्तर में।

(b) श्वसनिकाओं तथा फैलोपियन नलिका में।

(c) पित्त वाहिनी तथा ग्रसिका में।

(d) फैलोपियन नलिका तथा मूत्रमार्ग में।


18.  निम्नलिखित में से वह कौन सी एक चीज है जिसे सामान्य कॉकरोच में होते हुए सही कहा गया है?(2011)

(a) मैल्पीघी नलिकाएँ जो उत्सर्गी अंग होती है, कोलोन (वृहदांत्र) में से निकलती हुई होती है।

(b) रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन हीमोग्लोबिन द्वारा होता है।

(c) नाइट्रोजनी उत्सर्गी उत्पाद यूरिया होता है।

(d) भोजन का चबाना-पीसना मैंडिबलों तथा गिजार्ड द्वारा होता है।


19.  फेराटमा (केंचुए) का एक बहुत विशेष लक्षण यह है कि(2011)

 (a) अण्डों का निषेचन शरीर के भीतर होता है।

(b) आत के भीतर पचे हए भोजन के अवशोषण के लिए टिफ्लोसोल द्वारा अवशोषण क्षेत्र बहुत बढ़ जाता है।

(c) त्वचा में गड़े हुए S-आकृति के शूक शत्रुओं से सुरक्षा के लिए सुरक्षाकारी शस्त्र होते हैं।

(d) इसमें एक लम्बा पृष्ठीय नलिकाकार हृदय होता है


20.  मेढक, मानव से किसकी उपस्थिति में भिन्न है?(2011)

(a) थाइरॉइड अथवा पेराथाइरॉइड

(b) युग्मित प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध

(c) हिपेटिक पोर्टल सिस्टम

(d) केन्द्रकीय लाल रक्त कोशिकाएँ


उत्तर (Answer) 
1.  (a)
2.  (b)
3.  (b)
4.  (d)
5.  (d)
6.  (c)
7.  (c)
8.  (c)
9.  (d)
10. (a)
11. (a)
12. (c)
13. (c)
14. (b)
15. (b)
16. (d)
17. (b)
18. (d)
19. (b)
20. (d)

व्याख्या (Explanation)

1. श्वसनिकाओं एवं डिंबवाहिनिओं में

2. ग्रसनी → ग्रसिका  शस्थ  पेषणी → इलियम → कोलन → रैक्टम

3. नर तिलचट्टे में एक जोड़ी छोटे धागेनुमा गुदा शूक (Anal styles) होते हैं जो मादा में नहीं पाये जाते हैं। ये नर तिलचट्टे के उदर के 9 वें खंड में पीछे की ओर होते हैं। (नवें अधरकांश से अधो रूप से जुड़ा होता हैं।)

4. नर मेढ़क (Male frog) में शुक्राणु परिवहन का सही मार्ग हैवृषण (Testes) → शुक्र वाहिकाएँ (Vasa efferentia) → वृक्क (Kidney) → बिडर नाल (Bidder’s Canal) → मूत्र जनन वाहिनी (Urinogenital duct)→ अवस्कर (Cloaca)

5. मेंढक का हृदय पेशीजनित (Myogenic) होता है जिसमें धड़कन (Heart beat) हृदय की पेशी से उत्पन्न होती है इसलिए ये Autorythmic होता है। संकुचन की तरंग साइनस विनोसस से उत्पन्न होती है व साइनस विनोसस की भित्ति व दोनों आलिंद (Auricle) में फैल जाती है इससे व Heart beat शुरू होती है। इसी कारण जब तक मेंढक के नि हृदय को ATP मिलता रहता है यह लगातार धड़कता रहेगा।

6. शुक्राशय में हजारों की संख्या में छोटे कोश उपस्थित द होते है। स्खलित वाहिका के अग्र भाग की अधर सतह प्रे पर शुक्राशय उपस्थित होता है जिसमें शुक्राणु उपस्थित रहते है।

7. चिकनी पेशी तंतु लम्बे तथा तंतु के आकार के होते है। प्रत्येक रेशेएक अकेला केन्द्रीय ओवल रखते है। जो कि सायटोप्लाज्म (सारकोप्लाज्म) द्वारा घिरा रहता है। सायटोप्लाज्म में मायोफाइब्रिल अनुदैर्ध्य रूप से व्यवस्थित रहते है। इन रेशो में रेखाओं की व सारकोलेमा की कमी होती है इस प्रकार ये प्लाज्मा झिल्ली द्वारा घिरे रहते है।

8. नाक के शीर्ष में प्रत्यास्थ उपास्थिअमाशय की उपकला पर सरल स्तम्भाकार कोशिकाएँकंडरासफेद तंतु की संयोजी ऊतक होता है। आँत के पश्च भाग में एकल चिकनी पेशियों की इकाई उपस्थित होती है जिसके तन्तुकी एकल इकाई के रूप में एक साथ संकुचित होते हैं।

9. कीटों में सतही विदलन पाया जाता है।

10. जन्तु ऊत्तकों की अधिकांश कोशिकाओं में (अपवाद स्वरूप कुछ सीमान्तीय विभेदित कोशिका जैसे कंकालीय कोशिका एवं रक्त कोशिका) पास स्थित कोशिकाओं से सम्प्रेषण गेप जंक्शन द्वारा होता है। दो पास स्थित कोशिकाओं की झिल्ली का वह स्थान जहाँ गेप जंक्शन स्थित होता है लगभग 2-4 nm की एक संकरी दरार स्थित होती है। इस संकरी दरार में चैनल बनाने वाले प्रोटीन कनेक्सीन स्थित होते हैं जो अकार्बनिक आयन व अन्य छोटे जल घुलित अणुओं को सीधे ही एक कोशिका से दूसरी कोशिका के कोशिका-द्रव्य में गुजरने देते हैं।

11. कॉकरोच मेंमैल्पीघियन नलिका उपापचयी अपशिष्ट जैसे पोटैशियम एवं सोडियम यूरेटजल एवं कार्बन डाईऑक्साइड को रक्त से अवशोषित करती है।

12. वायवीय ऊतक शरीर में वृहद् कप में फैला हुआ शिथिल संयोजी ऊतक है। कंडरा एक विशिष्ट घना संयोजी ऊतक का प्रकार है। एडीपोज ऊतक एक वसा संचयी शिथिल संयोजी ऊतक है तथा कार्टीलेज एक विशिष्टीकृत संयोजी ऊतक है।

13. कॉकरोच पेरामेटाबोलस विकास प्रदर्शित करते हैं निम्फ वयस्क अवस्था तक आने के लिए 6-7 बार तक निर्मोचन करता है। वयस्क कॉकरोच में अग्र पंख तथा पश्च पंखों का विकास हो जाता है।

14. मानवों के रक्ताणु अकेन्द्रकीय डिस्कनुमा होते हैं जबकि मेंढक के रक्ताणु बड़ेअण्डाकार एवं अवतल होते हैं जिनमें केन्द्रक उपस्थित होता है। लाल रक्ताणु हीमोग्लोबिन के वाहक होते हैं।

15. कॉकरोच के पश्च खण्ड में एनल सर्साई (गूदा लूम) पायी जाती है यह नर व मादा कॉकरोच दोनों में पायी जाती है लेकिन नर कॉकरोच को मादा कॉकरोच से विभेदित करने हेतु नर में एक अतिरिक्त जोड़ी सहायक उपांग गुदा शूक (Anal style) पाये जाते हैं जो मैथुन हेतु एक आवश्यक उपांग है।

16. मानव में चार-कक्षीय व मेंढक में तीन-कक्षीय हृदय होता है। मानव के रक्ताणु अकेन्द्रकीय डिस्कनुमा होते है जबकि मेंढक के रक्ताणु में केन्द्रक उपस्थित होता है। मानव में आन्तरिक व वयस्क मेंढक में बाह्य निषेचन होता है। परन्तु व्यस्क मेंढक व मनुष्य दोनों में ही उत्सर्जन यूरियोटेलिक होता है जबकि टैडपोल अमोनोटेलिक होता है।

17. पक्ष्माभीस्तम्भाकार उपकला कोशिकाएँ मानव में नासिका मार्गफैलोपियन नलिकामस्तिष्क के वेन्ट्रीकल्स तथा भ्रूण के स्पाइनल कॉर्ड की केन्द्रीय नलिका में पायी जाती है। स्तम्भाकार कोशिकाएँ वे होती है जिनके स्वतत्र सिरे पर पक्ष्माभ उत्पन्न होते है।

18. कॉकरोच के मुखीय भाग में दो मैंडीबल होते हैं जिस पर दाँत स्थित होते हैं। जब दोनों मैंडीबल क्षैतिज अक्ष पर एक साथ कार्य करते हैं तो भोजन छोटे-छोटे टुकड़ों में कट जाता है। गिजार्ड आहारनाल का एक भाग होती है जिसमें छः मांसल वलन पाए जाते हैं तथा यह काइटिन से बने शंक प्लेट से आवरित रहते हैं। दाँत भोजन को पीसने का कार्य करते हैं।

19. फेरेटिमा में आमाशय के बाद आँत होती है यह एक लम्बी चैड़ी व पतली भित्ति युक्त एक नली होती है जो 15वें खण्ड से अन्तिम खण्ड तक फैली रहती है। आँत के मध्य भाग में गुदा खण्ड के सामने से 27वें खण्ड से 23-25 वें खण्ड में एक ग्रंथिल व संवहनीय लम्बवत् दरार के रूप में आँत गुण के पृष्ठ पर एक विशिष्टीकृत संरचना विकसित होती है जिसे टिफ्लोसोल कहते हैं। टिफ्लोसोल आंत में पचित भोजन के अवशोषण के लिए सक्रिय क्षेत्रफल बढ़ा देते हैं।

20. मानवों के रक्ताणु अकेन्द्रकीय डिस्कनुमा होते हैं जबकि मेंढक के रक्ताणु बड़ेअण्डाकार एवं अवतल होते हैं जिनमें केन्द्रक उपस्थित होता है। लाल रक्ताणु हीमोग्लोबिन के वाहक होते हैं।

 


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