NEET - Important Question for Biology - Photosynthesis in Higher Plants (उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण) in Hindi


Important Question

Photosynthesis in Higher Plants

(उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण )



1.  निम्नलिखित में से कौन-सा एक प्रकाश-संश्लेषण की प्रकाश अभिक्रिया का उत्पाद नहीं है?

(a) NADPH

(b) NADH

(c) ATP           

(d) ऑक्सीजन


2.  प्रकाश संश्लेषण की दर को प्रभावित करने वाले कारकों के विषय में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?

(a) Co2 स्थिरीकरण के लिए प्रकाश संतृप्ति पूर्ण सूर्य प्रकाश के 10% पर होती है।

(b) वायुमंडलीय Co2 की सांद्रता 0.05% तक बढ़ने से यह Co2 स्थिरीकरण की दर बढ़ा सकती है।

(c) C3 पादप उच्च तापमान की प्रतिक्रिया में बढ़ा हुआ प्रकाश संश्लेषण दर्शाते हैं जबकि C4 पादपों के लिए इष्टतम तापमान अपेक्षाकृत काफी कम होता है।

(d) टमाटर एक हरितगृह फसल है जिसे, उच्च उपज पाने के लिए Co2 प्रचुरित वायुमंडल में उगाया जा सकता है।


3.  निम्नलिखित में से किसमें फास्फोइनॉल पाइरूवेट (पी.इ.पी.) एक प्राथमिक Co2 ग्राही है?      

(a) C3 पादप           

(b) C4 पादप

(c) C2 पादप

(d) C3 और C4 पादप


4. निम्नलिखित में से वह कौन-सी प्रक्रिया है, जो C3 और C4 पादपों के बीच मुख्य रूप से विभेद करती है?

(a) प्रकाशश्वसन

(b) श्वसन

(c) ग्लाइकोलाइसिस

(d) कैल्विन चक्र


5.    हरितलवक में प्रोटॉन की अधिकतम संख्या कहाँ पायी जाती है?

(a) अन्तरा कला स्थान

(b) ऐन्टेना समुच्चय

(c) पीठिका

(d) थाइलेकॉइड की अवकाशिका


6.   इमरसन दीर्धीकरण प्रभाव और लाल बूँद (रेड ड्राप) किस खोज में प्रमुख यंत्र रहे हैं?

(a) प्रकाशफास्फोरिलेशन और चक्रीय इलेक्ट्रॉन अभिगमन

(b) ऑक्सीडेटिव फास्फोरिलेशन

(c) प्रकाशफास्फोरिलेशन और अचक्रीय इलेक्ट्रॉन अभिगमन

(d) दो प्रकाश तन्त्रों का एक साथ कार्य करना


7.   आपके उद्यान में एक पादप, प्रकाश श्वसन से होने वाली हानि से बचता है, उसकी जल उपयोग की दक्षता उन्नत है। वह उच्च ताप पर प्रकाश संश्लेषण की उच्च दर को दर्शाता है और उसकी नाइट्रोजन उपयोग की दक्षता उन्नत है। आप इस पादप को निम्नलिखित में से किस एक कार्यिकी समूह में रखेंगे?

(a) CAM

(b) नाइट्रोजन स्थिरीकारक

(c) C3   

(d) C4


8.   पादप कोशिका की रसधानी में जल घुलित वर्णक कौन से होते हैं?       

(a) कैरोटिनाइड

(b) एन्थोसायनिन

(c) जैन्थोफिल

(d) पर्णहरित


9.   पादप पत्ती से जल वाष्प रन्ध्रों के द्वारा बाहर आता है। प्रकाश संश्लेषण के दौरान उसी रन्ध्र से कार्बन डाईऑक्साइड पादप में विसरित होती है। उपर्युक्त कथनों में (कारणों पर विचार कर) एक विकल्प चुनिए

(a) उपर्युक्त प्रक्रियाएँ केवल रात में हो सकती है।

(b) एक प्रक्रिया दिन में तथ दूसरी प्रक्रिया रात में होती है।

(c) दोनों प्रक्रियाएँ एक साथ नहीं हो सकती।

(d) दोनों प्रक्रियाएँ एक साथ हो सकती है क्यों कि जल और Co2 का विसरण गुणांक भिन्न है।


10.  वर्णकीलवक (क्रोमैटोफोर) किस क्रिया में भाग लेते है?

(a) वृद्धि

(b) गति

(c) श्वसन

(d) प्रकाश संश्लेषण



उत्तर (Answer) 
1.  (b)
2.  (c)
3.  (b)
4.  (a)
5.  (d)
6.  (d)
7.  (d)
8.  (b)
9.  (d)
10. (d)

व्याख्या (Explanation) 

1. प्रकाश संश्लेषण की प्रकाश अभिक्रिया में ATP, NADPH व ऑक्सीजन का निर्माण होता हैं। NADPH अपचयी (Anabolic) क्रियाओं में भाग लेते हैं। (उदा-प्रकाश संश्लेषण) जो बड़े अणुओं के निर्माण के लिए ऊर्जा का उपयोग करते हैं। NADH उपचयी (Catabolic) क्रियाओं (उदा-श्वसन) में भाग लेते हैं जो अणुओं को तोड़कर ऊर्जा मुक्त करते हैं।

2. C4 पादप उच्च तापमान की प्रतिक्रिया में बढा न हआ प्रकाश संश्लेषण दर्शाते हैं जबकि C3 पादपों के लिए इष्टतम तापमान अपेक्षाकृत काफी कम होता है।

3. C4 पादप

4. प्रकाश श्वसन (प्रकाश संश्लेषी कार्बन ऑक्सीडेटिव या PCO चक्र), राइबुलोज- 1, 5 बाईफॉस्फेट (RuBP) के ऑक्सीजिनेशन एवं पौधे के प्रकाश संश्लेषी अंगों द्वारा CO2 के निर्मोचन की प्रकाश आश्रित प्रक्रिया है। यह उपयोगी ऊर्जा के उत्पादन के बिना CO2 और जल के प्रकाशसंश्लेषी उत्पादक का ऑक्सीडेशन करता है। प्रकाश श्वसन केवल C3 पादपों में होता है क्योंकि अधिक तापमान और अधिक ऑक्सीजन सांद्रता पर RuBP कार्बोक्सिलेज का परिवर्तन RuBP ऑक्सीजिनेज में होता है। प्रकाश श्वसन C4 पादपों में अनुपस्थित होता है क्योंकि रूबिस्को और दूसरे कैल्विन चक्र के एन्जाइम केवल बंडल शीथ कोशिका में उपस्थित होते है। C4 पादप के बंडल शीथ में तापमान भी कम होता है।

5. थाइलेकॉइड की अवकाशिका

6. इमरसन और इनके साथी (1957) ने पाया कि छोटी तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश को जब लम्बी त तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश के एक साथ पौधे को उपलब्ध कराया जाता है तो प्रकाश संश्लेषण कि दर उच्च प्राप्त होती है बजाय अकेले प्रकाश तरंगदैध्र्य जिसकी दोनों (छोटी व लम्बी तरंगदैध्र्य) तरंगदैध्र्य के योग के बराबर के प्रकाश को डालने पर प्रकाश संश्लेषण में यह वृद्धि 680 nm वाले लाल तरंगदैर्ध्य के प्रकाश को डालने पर तीव्रता से कम होती जाती है। वर्णकोंध्प्रकाश तंत्रों के दोनों पृथक समूह प्रकाश संश्लेषण में सहायता करते है। लम्बी तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश का अवशोषण प्रकाश तंत्र I के द्वारा व छोटी तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश का अवशोषण प्रकाश तंत्र-II (PS II) के द्वारा किया जाता है अधिकतम प्रकाश संश्लेषण के लिए दोनों प्रकाश तंत्रों का एक साथ कार्य करना आवश्यक है। समान्यतया दोनों प्रकाश तंत्र 690 nm तरंगदैध्र्य पर सर्वोत्तम प्रकाश संश्लेषण करते है क्योंकि इस तरंगदैध्र्य पर दोनों प्रकाश तंत्र उनकी तरंगदैध्र्य का अवशोषण करते है। इमरसन के कार्य का यह महत्त्व है कि इससे दो अलग प्रकाश तंत्रों की उपस्थिती का पता लगता है।

7. C4

8. एन्थोसायनिन एक जल में घुलनशील वर्णक है जो कि रिक्तिका में उपस्थित झिल्ली से घिरा रहता है। एन्थोसायनिन का मुख्य कार्य फूल और फलों को रंग प्रदान करना है।

9. दोनों प्रक्रियाएँ एक साथ हो सकती है क्यों कि जल और Co2 का विसरण गुणांक भिन्न है।

10.  प्रकाश संश्लेषण




 

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