पुष्पी पादपों की आकारिकी
(Morphology of Flowering Plants)
Previous Year Questions
1. उस बीजाण्डन्यास को क्या कहा जाता है, जिसमें बीजाण्ड अण्डाशय की भीतरी भित्ति पर या परिधीय भाग में विकसित होते हैं? (2019)
(a) मुक्त
स्तंभीय
(b) आधारी
(c) स्तंभीय
(d) भित्तीय
2. शकरकंद किसका रूपान्तरण है? (2018)
(a) मूसला मूल
(b) अपस्थानिक मूल
(c) तना
(d) प्रकंद
3. नारियल का फल किस प्रकार का है? (2017)
(a) अष्ठिल फल
(b) सरस फल
(c) दृढ़फल
(d) संपुट फल
4. बोगेनविलिया में काँटे किसका रूपान्तरण है? (2017)
(a) अनुपर्ण
(b) अपस्थानिक जड़
(c) तना
(d) पर्ण
5. नारियल के खाने वाले भाग की रूपात्मक प्रकृति क्या है? (2017)
(a) परिभ्रूणपोष
(b) बीजपत्र
(c) भ्रूणपोष
(d) फलभित्ति
6. ‘बहुसंघी‘ पद किससे सम्बन्धित है? (2016)
(a) दलपुंज
(b) बाह्यदलपुंज
(c) जायांग
(d) पुमंग
7. इंडिगोफेरा, सेस्बेनिया, साल्विया, ऐलियम, ऐलो, सरसों, मूंगफली, मूली, चना और शलजम में से कितने पौधों के पुष्पों में पुंकेसरों की लम्बाई भिन्न-भिन्न होती है? (2016)
(a) पाँच
(b) छः
(c) तीन
(d) चार
8. अरीय सममिति किसके पुष्पों में पायी जाती है? (2016)
(a) पाइसम
(b) बॅसिका
(c) केशिया
(d) ट्राइफोलियम
9. मुक्त-अक्षीय बीजाण्डन्यास किसमें पाया जाता है? (2016)
(a) बॅसिका
(b) सिट्रस
(c) डाइऐन्थस
(d) आर्जिमोन
10. निम्नलिखित में से कौन एक तने का रूपान्तरण नहीं है? (2016)
(a) खीरे के प्रतान
(b) ओपुंशिया की चपटी संरचना
(c) नेपैन्थीज का घट
(d) सिट्रस के कांटे
11. पत्तियों का कार्य करने वाले, चपटे हरे अंग में रूपान्तरित तने को क्या कहा जाता है? (2016)
(a) पर्णाभ वृन्त
(b) शल्क
(c) पर्णाभ पर्व
(d) फेफड़ों द्वारा
श्वसन
12. मक्का के दाने के बीजपत्र को क्या कहा जाता है? (2016)
(a) प्रांकुर चोल
(b) स्कुटेलम
(c) प्रांकुर
(d) मूलांकुर-चोल
13. त्रिकोष्ठकी, युक्ताण्डपी जायाँग किसके पुष्प में होता है?(2016)
(a) फैबेसी
(b) पोएसी
(c) लिलिएसी
(d) सोलैनेसी
14. पैपिलिओनेसी वाले दलपुंज में मानक दल को अन्य किस नाम से जाना जाता है?(2016)
(a) वैक्सीलम
(b) कोरोना
(c) कैरिना
(d) पैपस
15.गुड़हल, सरसों, बैंगन, आलू, अमरूद, खीरा, प्याज और ट्यूलिप में से कितनों में ऊध्र्ववर्ती अण्डाशय है?(2015)
(a) छः
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
16. गेहूँ के दाने में भ्रूण में एक बड़ा ढाल के आकार का बीजपत्र होता है। वह क्या कहलाता है?(2015)
(a) मूलांकुर चोल
(b) स्कुटेलम
(c) अधिकोरक
(d) प्रांकुरचोल
17. किसमें जड़ें, जल शोषण में नगण्य कार्य करती हैं?(2015)
(a) पिस्टिया
(b) मटर
(c) गेहूँ
(d) सूर्यमुखी
18. बीजाण्डासन और फलभित्ति, दोनों खाने योग्य भाग किसमें है?(2014)
(a) सेब
(b) केला
(c) टमाटर
(d) आलू
19. जब बाह्यदल पुंज या दल पुंज की किनारे, बिना किसी विशेष दिशा से एक दूसरे को आच्छादित करती हैं तो इस दशा को कहा जाता है?(2014)
(a) वैक्जीलरी
(b) कोरछादी
(c) व्यावर्तित
(d) कोरस्पर्शी
20. निम्नलिखित कथनों में से कौन सा सही है?(2014)
(a) घासों के बीज भ्रूणपोषी नहीं है।
(b) आम एक अनिषेकफलनी फल है।
(c) मक्का के दाने में एक प्रोटीनीकृत एल्यूरोन परत उपस्थित होती है।
(d) एक बंध्य स्त्रीकेसर को बंध्य पुंकेसर कहा जाता है।
1. भित्तीय बीजांडन्यास में बीजांड अंडाशय की भीतरी भित्ति पर अथवा परिधीय भाग में लगे रहते हैं। अंडाशय एक कोष्ठक होता है लेकिन आभासी पट बनने के कारण दो कोष्ठक में विभक्त हो जाता है।
2. शकरकंद (Ipomoea batata) एक फूली हुई एकल मूल होती हैं जिसका कोई निश्चित आकार नहीं होता हैं। यह रूपांतरित अपस्थानिक मूल हैं जो भोजन संग्रहित करती हैं।
3. नारियल फल (Coconut) एक तंतुमय अष्ठिल फल (Fibrous drupe) है जिसमें तंतमय मीजोकार्प (Mesocarp) होता है।
4. तना
5. भ्रूणपोष
6. पौलीडेल्फस अवस्था (बहुसंघी अवस्था) वह है जिसमे पुंकेसरो में संसजकता पाई जाती है। इस अवस्था में फूलों के पुंकेसरो का संयुग्मन होता है उनके तंतुओ द्वारा, जो कि कई समूहों का निर्माण करते हैं।
7. चार
8. ब्रेसिका के पुष्पों में अरीय सममिति पाई जाती है जहाँ ट्राईफोलियम, पाइसम और केशिया के पुष्प एक व्यास सममिती दर्शाते हैं।
9. मुक्त-अक्षीय बीजाण्डन्यास डाइऐन्थस में पाया जाता है। भित्तीय बीजाण्डन्यास आर्जिमोन और बॅसिका में उपस्थित होते है जहाँ सिट्रस में अण्डाशय में अक्षीय बीजाण्डान्यास पाया जाता है।
10. नेपैन्थीज में पत्तियाँ कीटों को पकडने व उनके पाचन के लिए कलशों में रूपान्तरित हो जाती हैं। नेपैन्थीज का कलश रूपान्तरित पर्णफलक है। पत्ती का शीर्ष ढक्कन में रूपान्तरित हो जाता है जो कलश के मुख को ढ़कता है। ओपुंशिया की चपटी संरचना व सिट्रस के कंटक तने का वायवीय रूपांतरण है। खीरे का प्रतान एक पतली, संवेदनशील, धागे सदृश संरचना भी तने का वायवीय रूपांतरण है।
11. पर्णाभवृन्त एक पत्ती का चपटा वृन्त या अक्ष है जो प्रकाश संश्लेषण का कार्य करता है (उदाहरण-पकिनसोनिया, अकेशिया)। इन पौधों में पर्णफलक अनुपस्थित या मसित होता है ताकि वाष्पोत्सर्जन का क्षेत्र न्यूनतम हो जाए। एस्पेरेगस में पर्णाभ पर्व का स्तंभ रूपांतरण होता है। पर्णाभ पर्व अल्प रूप से वपटा, माँसल, सीधी या मुड़ी हुई रचनाएँ हैं, जो द्य शल्क पत्तियों के कक्षों में समूह में विकसित होती हैं।
12. स्कुटेलम
13. लिलिएसी के सदस्यों में त्रिअंडपी, युक्तांडपी, ऊर्ध्ववर्ती अंडाशय पाया जाता है। अण्डाशय त्रिकोष्ठकी होता है जिसमें प्रत्येक कोष्ठ में दो से अनेक तक अण्डाणु पाये जाते है।
14. पैपिलिओनेसियस (तितली आकृति) दलपुंज पैपिलिओनेसी कुल की एक विशेषता है। पश्च बड़ा दलपत्र मानक या ध्वजक कहलाता है, जो दो छोटे, पार्श्व दलपत्रों को अतिव्यापित करता है, जिन्हें पक्षक या एलाई कहते हैं। पक्षक एक नाव आकृति की रचना का अतिव्यापन करते हैं, जिसे नोतल या केरिना कहते हैं। इसका निर्माण दो अग्र दलपत्रों के आगे की ओर पार्श्वरूप से संलयित होने से होता है।
15. गुड़हल, सरसों, बैंगन, आलू, प्याज एवं ट्यूलिप में उध्र्ववर्ती अण्डाशय पाया जाता है तथा अमरूद व खीरा में निम्नवर्ती अण्डाशय पाया जाता है।
16.एकबीजपत्री पादपों के बीजों पर केवल एक बीजपत्र पाया जाता है कुल पोएसी (जैसे गेहूँ, मक्का इत्यादि) के बीजपत्रों को स्कुटेलम कहा जाता है जो भ्रूणीय अक्ष के पार्श्व की ओर स्थित होता है ये विकासशील भ्रूण को पोषण प्रदान करते हैं।
17. पिस्टिया (जल कमल) एक तैरने वाला जलीय पादप है। जलीय पौधों में सामान्यतया जड़े कम विकसित होती है तथा ये जल अवशोषण में भाग नहीं लेती है अतः जल का अवशोषण मुख्यतः शरीर की सतह द्वारा किया जाता है।
18. एक सत्य फल में अण्डाशय की भित्ति फलभित्ति (Pericarp या थ्तनपज Fruit wall) तथा अण्डाणु बीज का निर्माण करते हैं। (पेरीकार्प) को बाह्य फलभित्ति, मध्य फलभित्ति एवं अन्त फलभित्ति में विभेदित किया जा सकता है। टमाटर एक सरस फल है जिसकी व्युत्पत्ति द्विअण्डपी, संयुक्ताण्डपी व द्वि से चतुरकोष्ठीय अण्डाशय की फूले हुए प्लेसेन्टा से होती है।
19. पुष्पदल विन्यास, पुष्पकली में उसी चक्र की अन्य ईकाइयों के सापेक्ष अथवा दल के लगे रहने के क्रम को कहा जाता है। ये कोरस्पर्शी, व्यावर्तित, कोरछादी या वेक्जीलरी हो सकते हैं। कोरछादी पुष्पदल विन्यास में बाह्य दल या दल दूसरे पर अतिव्यापित होते है तथा उसकी कोई विशेष दिशा नहीं होती है। इसके तीन प्रकार होते हैं जिसमें यह प्रदर्शित होता है वह कुइन्कुंशियल, आरोही कोरछादी व अवरोही कोरछादी है।
20. घास के बीज भ्रूणपोषी होते हैं। आम एक निषेकफलनी बीज है। एक बन्ध्य स्त्रीकेसर को पिस्टीलोड व बन्ध्य पुंकेसर को स्टेमिनोड कहते हैं। मक्का के दाने में फलभित्ति, बीज आवरण, भ्रूणपोष तथा भ्रूण होता है। । भ्रूणपोष बीज के अधिकांश आंतरिक भाग को घेरे रखती है, जो मुख्य रूप से दो भाग शृंगीय एल्युरोन स्तर का बना - एवं संग्रह स्तर बनाती है। एल्युरोन स्तर 1-3 कोशिकीय मोटा होता है जो बीज आवरण के ठीक नीचे स्थित होता है । एल्युरोन की कोशिकाएँ मोटी भित्ति वाली होती है जिसके कोशिका द्रव्य में एल्युरोन कण भरे हुए होते हैं जो बीज अंकुरण के समय एन्जाइम मुक्त करते हैं जो संगृहित पोषण को गतिशील बनाता है।
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