NEET Mineral Nutrition Questions Solved in hindi

खनिज पोषण

( Mineral Nutrition )

Previous Year Questions


Note:- प्रीवियस ईयर के questions रिपीट होते हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें

1. थियोबैसिलस, जीवाणुओं का एक समूह है, जो निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य करने में सहायता करते हैं? (2019)

(a) विनाइट्रीकरण

(b) नाइट्रोजन स्थिरीकरण

(c) रसायन स्वपोषित स्थिरीकरण

(d) नाइट्रीकरण


2. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्त्व कोशिकाओं में स्फीति बनाए रखने के लिए उत्तरदायी है?(2018)

(a) पोटैशियम    

(b)  सोडियम

(c) मैग्नीशियम   

(d)  कैल्शियम


3.  पादपों द्वारा लोह का अवशोषण निम्नलिखित में से किस रूप में होता है?(2018)

(a) मुक्त तत्त्व

(b)  फेरस

(c) फेरिक

(d) फेरिक और फेरस दोनों


4. मूलाग्रों की वृद्धि के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा आवश्यक है?(2016)

(a) Ca     

(b) Ma  

(c) Zn   

(d) Fe


5.   निम्नलिखित में से कौन सभी तीन वृहद्पोषक हैं?(2016)

(a) मॉलिब्डेनम, मैग्नीशियम, मैंगनीज

(b) नाइट्रोजन, निकिल, फॉस्फोरस

(c) बोरोन, जिंक, मैंगनीज

(d) लौह, ताम्र , मॉलिब्डेनम


6. नाइट्रोजन स्थिरीकरण के दौरान ऑक्सीजन के विषैले प्रभाव से नाइट्रोजिनेज का निष्क्रियकरण किसके द्वारा रोका जाता है?(2015)

(a) जैन्थोफिल   

(b) कैरोटिन

(c) साइटोक्रोम     

(d) लैगहीमोग्लोबिन


7. प्रकाश संश्लेषण के दौरान निष्कासित ऑक्सीजन जल अणु से आती है। इस अभिक्रिया में निम्नलिखित तत्वों का कौन-सा एक युग्म शामिल हैं?(2015)

(a) मैंगनीज और पोटैशियम

(b) मैग्नीशियम और मॉलिब्डेनम

(c) मैग्नीशियम और क्लोरीन

(d) मैंगनीज और क्लोरीन


8.  नाइट्रोजन और पोटैशियम की कमी के लक्षण सबसे पहले कहाँ दिखते हैं?(2014)

(a) जीर्णमान पत्तियों में

(b) तरूण पत्तियों में

(c) जड़ों में

(d) कलियों में


9.  फलीदार पादपों में वायवीय नाइट्रोजन के स्थिरीकरण का पहला स्थिर उत्पाद कौन सा है?(2013)

(a) NO2-          

(b) अमोनिया

(c)   NO3-             

(d) ग्लुटामेट


10.  हरे पौधों में मैंगनीज का सर्वश्रेष्ठ परिभाषित कार्य क्या है?(2012)

(a) जल का प्रकाश अपघटन

(b) कैल्विन चक्र

(c) नाइट्रोजन स्थिरीकरण

(d) जल अवशोषण

उत्तर (Answer) 
1.  (a)
2.  (a)
3.  (c)
4.  (a)
5.  (*)
6.  (d)
7.  (d)
8.  (a)
9.  (b)
10. (a)


व्याख्या (Explanation) 
1.विनाइट्रीकरण प्रक्रिया नाइट्रोजन स्थिरीकरण से विपरीत प्रक्रिया है, जिसमें नाइट्रेट्स (NO3&) नाइट्रोजन में परिवर्तित हो जाते है। विनाइट्रीकरण करने वाले सामान्य बैक्टीरिया स्यूडोमोनास डीनाइट्रीफिकेन्स, थियोबैसिलस डिनाइट्रीफिकेन्स, आदि हैं।

2. पोटैशियम कोशिका की स्फीति (Turgidity) को बनाए रखने व रंध्रों के खुलने व बंद होने में सहायक होता हैं।

3. पादपों द्वारा लोह का फेरिक आयन के रूप में अवशोषण किया जाता हैं। 

4. कैल्शियम (Ca) पादप की पूर्ण वृद्धि और विभज्योत्तक उत्तक व जड़ के अग्र भाग के कार्यशीलता के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।

5. दिया गया कोई भी विकल्प सही नहीं हैः वृहदपोषक आवश्यक तत्व है जो आसानी से अनुमापित हो सकने वाली मात्रा में उपस्थित होते हैं (1 - 10 mg/gram  शुष्क भार)। वृहद अणु जैसे कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, सल्फर, पोटैशियम, कैल्शियम एवं मैग्नीशियम। सूक्ष्म पोषक तत्व बहुत ही कम मात्रा में होते हैं इनके अंतर्गत आयरन, मैंगनीज, कॉपर, जिंक, मॉलिब्डेनम, बोरोन, निकिल एवं क्लोरिन आते हैं।

6. लैग हीमोग्लोबिन एक गुलाबी रंग का वर्णक होता है जो लेग्यूम पौधों की जड़ की ग्रंथिकाओं में पाया जाता है यह नाइट्रोजिनेज एन्जाइम को ऑक्सीजन विषालुता से बचाता है।

7. प्रकाश संश्लेषण के दौरान थाइलेकॉइड की झिल्ली में जल का प्रकाशिक अपघटन होता है एवं O2  बनता है जल का क्लोरोप्लास्ट उपस्थिति में व O2 में टूटना प्रकाशिक अपघटन अथवा प्रकाश उत्प्रेरित खण्डन कहलाता है। इस प्रक्रिया के लिए प्रकाश ऊर्जा, ऑक्सीजन इवोल्व संकुल (OEC) तथा इलेक्ट्रॉन वाहक (Y2) की आवश्यकता होती है। OEC संकुल थाइलेकॉइड झिल्ली की आन्तरिक सतह से बंधा रहता है तथा एन्जाइम में चार डद आयन्स होते हैं जल के प्रकाशिक अपघटना च्भ् व ऑक्सीजन बनते है व Mn (Mn2+ Mn3+],Mn4+) (संयोजकता) में परिवर्तन होता है। O2  के निष्कासन लिए दो अन्य आयन Ca2+  एवं Cl-  की आवश्यकता
          4H20   ↔   4H- + 4 OH-
                        (Oxygen Evolving complex)

    4 OH-                    →                           2H2O,O2 ↑   +    4e-

                  (Mn+2, Ca+2, Cl-)
8. न्यूनता के लक्षण सर्वप्रथम तरूण पत्तियों में एवं तरूण उत्तकों में दिखाई देते हैं जो तुलनात्मक रूप से पादप में गतिहीन होते है जैसे Ca, S  गतिमान तत्वों जैसे N एवं K के लिए न्यूनता लक्षण सर्वप्रथम जीर्णमान पुरानी पत्तियों में प्रदर्शित होते हैं जिसमें तत्व पुरानी जीर्णमान पत्तियों से नई तरूण पत्तियों की ओर गमन करते हैं।

9. नाइट्रोजिनेज एन्जाइम एक Mo&Fe  प्रोटीन संकल है जो वातावरणीय नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करता है। यह नाइट्रोजन स्थिरीकरण का प्रथम स्थायी उत्पाद है। वायुमण्डलीय अक्रिय N2 को उपयोग में लेने योग्य यौगिकों जैसे नाइट्रेट, अमोनिया, एमिनो एसिड इत्यादी में बदलने की प्रक्रिया को नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहते हैं। नाइट्रोजन स्थिरीकरण की दो विधियाँ है। (1) जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण व अजैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण सहजीवी एवं मुक्तजीवी दोनों प्रकार के जीवों द्वारा दर्शायी जाती है। सहजीवी जीवाणु सहजीवी परपोषी को नाइट्रोजन स्थिर करने देते हैं तथा बदले में भोजन एवं आवास प्रदान करते हैं। लेग्यूम पौधों की जड़ों की ग्रंथिकाओं में सभी जैव रासायनिक अवयव उपस्थित होते हैं जो नाइट्रोजन स्थिरीकरण में काम आते हैं जैसे नाइट्रोजिनेज, लैग-हीमोग्लोबिन।

10. प्रकाश संश्लेषण के दौरान जल का प्रकाशिक अपघटन होता है जिससे ऑक्सीजन व इलेक्ट्रॉन का निर्माण होता है। प्रकाश अपघटन की इस प्रक्रिया में मैंगनीज एक सहकारक की तरह कार्य करता है।
 



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