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Atoms

परमाणु



1. किसी कक्षा में किसी परमाणु के इलेक्ट्रॉन की कुल ऊर्जा -3.4 eV है। इसकी गतिज और स्थितिज ऊर्जाएँ क्रमशः हैं

(a)  3.4 eV, 3.4 eV

(b) -3.4 eV, -3.4 eV

(c) -3.4 eV, -6.8 eV

(d) 3.4 eV, 6.8 eV


 2. हाइड्रोजन परमाणु की किसी बोर कक्षा में किसी इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा और उसकी कुल ऊर्जा का अनुपात होता है

(a)  2 : -1                                (b) 1 : -1

(c) 1 : 1                                  (d) 1 : -2


3. बामर श्रेणी की अन्तिम लाइन तथा लाइमन श्रेणी की अन्तिम लाइन की तरंगदैर्यों का अनुपात है:

(a)  2                     (b)  1

(c) 4                       (d) 0.5


4. किसी हाइड्रोजन परमाणु में जब एक इलेक्ट्रॉन तृतीय कक्षा से द्वितीय कक्षा में संक्रमण करता है, तो तरंगदैध्र्य λ का फोटॉन उत्सर्जित होता है। यदि इलेक्ट्रॉन चतुर्थ कक्षा से तृतीय कक्षा में संक्रमण करे, तो फोटॉन की संगत तरंगदैध्र्य होगीः

(a)  20/7 λ                                          (b) 20/13 λ

(c)  16/25 λ                                       (d) 9/16 λ


5. रिड्बर्ग नियतांक का मान 107 m&1  दिया गया है. हाइडोजन स्पेक्ट्रम की बामर श्रेणी की अंतिम रेखा की तरंग होगीः

(a)  0-25 x 107 m&1

(b) 2-5 x 107 m&1

(c) 0-025 x 107 m&1

(d) 0-5 x 107 m&1


6. हाइड्रोजन के स्पेक्ट्रम में, लाइमन तथा बामर श्रेणियों की दीर्घतम तरंगदैर्यों का अनुपात होता हैः

(a)  9/4                                                (b) 27/5

(c)   5/27                                             (d) 4/9


7. निम्नतम ऊर्जा स्थिति में हाइड्रोजन परमाणु को 975 Å तरंगदैध्र्य के एकवर्णी प्रकाश से उत्तेजित किया जाता है, तो परिणामी स्पेक्ट्रम में स्पेक्ट्रमी रेखाओं की संख्या होगीः

(a)  3                     (b)  2

(c) 6                       (d)  10


8. किसी अचल हाइड्रोजन परमाणु का एक इलेक्ट्रॉन पाँचवें ऊर्जास्तर से न्यूनतम अवस्था स्तर को गमन करता है, तो फोटॉन उत्सर्जन के परिणामस्वरूप परमाणु द्वारा प्राप्त वेग होगा:

(a)  24hR / 25m                       (b) 25hR / 24m

(c) 25m / 24 hR                          (d) 24 m / 25 hR


9. हाइड्रोजन के समान किसी परमाणु में n = 3 अवस्था से n = 1 अवस्था में संक्रमण से पराबैंगनी विकिरणों का उत्सर्जन होता है, तो इसी परमाणु में अवरक्त किरणो का उत्सर्जन होगा, यदि संक्रमण होः

(a)  2 → 1 में

(b) 3 → 2 में

(c) 4→ 2 में

(d) 4 → 3 में


10. हाइड्रोजन परमाणु की लाइमन श्रेणी की प्रथम रेखा की तरंगदैध्र्य, किसी हाइड्रोजन के समान आयन की बामर श्रेणी की द्वितीय रेखा के बराबर है, तब हाइड्रोजन के समान आयन की परमाणु संख्र्या Z होगीः

(a)  3                     (b) 4

(c) 1                       (d)  2


11. हाइड्रोजन परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन उत्तेजित अवस्था n से मूल स्तर में कूदता है। तरंगदैध्र्य इस प्रकार उत्सर्जित होती है कि वह 2.75 eV कार्यफलन वाले एक प्रकाश सुग्राही पदार्थ को प्रदीप्त करती है। यदि फोटोइलेक्ट्रॉनों का निरोधी विभव 10 V है, तो n का मान हैः

(a)  2                                     (b) 3

(c) 4                                       (d) 5


12.  निम्न में से कौन-सी बोर के परमाणु मॉडल के अनुसार हाइड्रोजन परमाणु द्वारा उत्सर्जित फोटॉन के लिये सम्भावित ऊर्जा नहीं है?

(a)  0.65 eV      (b)  1.9 eV

(c) 11.1 eV       (d)  13.6 eV


13. मूल अवस्था में हाइड्रोजन परमाणु की ऊर्जा - 13.6 eV है। तब हीलियम आयन की ऊर्जा प्रथम उत्तेजन अवस्था में होगीः

(a)  -13.6 eV     (b)  -27.2 eV

(c) -54.4 eV    (d)  -6.8 eV


14. (1/2) mu2 ऊर्जा का एक α नाभिकर्, Ze आवेश वाले भारी नाभिकीय लक्ष्य से टकराता है। तब α नाभिक के लिये निकटतम दूरी अनुक्रमानुपाती होगीः

(a)  1 / Ze                (b) u2

(c) 1 / m                 (d) 1 / u4


15. हाइड्रोजन परमाणु की मूल अवस्था में इलेक्ट्रॉनों की आयनन ऊर्जा 13.6 eV होती है। 6 तरंगदैध्र्य की तरंगों के विकिरणों के उत्सर्जन के लिये परमाणुओं को ऊपरी ऊर्जा स्तरों तक उत्तेजित किया जाता है। उत्सर्जित विकिरण की अधिकतम तरंगदैध्र्य इनमें से किस स्थिति परिवर्तन से सम्बन्धित होगी?

(a)  n = 4 से n = 3 स्तर

(b)  n = 3 से n = 2 स्तर

(c) n = 3 से n = 1 स्तर

(d) n = 2 से n = 1 स्तर


16.   रदरफोर्ड के प्रकीर्णन प्रयोग में जब आवेश z1 और द्रव्यमान M1 का प्रक्षेप्य, आवेश z2 और द्रव्यमान M2 के लक्ष्य केन्द्रक तक पहुँचता है, तो निकटतम पहुँच की दूरी r0  है। प्रक्षेप्य की ऊर्जाः

(a) द्रव्यमान M1  की समानुपाती होती है।

(b) M1 x M2  की समानुपाती होती है।

(c) z1 z2 की समानुपाती होती है।

(d) zकी प्रतिलोम अनुपाती होती है।


17.  हाइड्रोजन परमाणु की मूल अवस्था की ऊर्जा -13.6 eV है। जब इसका इलेक्ट्रॉन प्रथम उत्तेजित अवस्था में होगा, तो इसकी उत्तेजन ऊर्जा होगीः

(a)  10.2 eV      (b) Zero

(c) 3.4 eV        (d) 6.8 eV


18.   हाइड्रोजन परमाणु की मूल अवस्था में इलेक्ट्रॉन की पूर्ण ऊर्जा -13.6 eV होती है। प्रथम उत्तेजित अवस्था में इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा होगीः

(a)  1.7 eV        (b)  3.4 eV

(c) 6.8 eV         (d) 13.6 eV


19.  हाइड्रोजन परमाणु का आयनन विभव 13.6 eV है। न्यूनतम ऊर्जा स्थिति के हाइड्रोजन परमाणुओं को 12.1 eV फोटॉन ऊर्जा वाले एकवर्णी विकिरण द्वारा उत्तेजित किया गया है। बोर सिद्धांत के अनुसार इस प्रक्रम में हाइड्रोजन द्वारा उत्सर्जित स्पेक्ट्रमी रेखाएँ होंगीः

(a)  दो               (b) तीन

(c) चार              (d) एक


20.   हाइड्रोजन परमाणु की प्रथम उत्तेजित अवस्था में इलेक्ट्रॉन की कुल (सकल) ऊर्जा लगभग - 3.4 eV होती है। इस अवस्था में इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा होगीः

(a)  - 6.8 eV                  (b) 3.4 eV

(c) 6.8 eV                     (d) - 3.4 eV




Answer

1. (d)
2. (b)
3. (c)
4. (a)
5. (a)
6. (c)
7. (c)
8. (a)
9. (d)
10. (d)
11. (c)
12. (c)
13. (a)
14. (c)
15. (a)
16. (c)
17. (a)
18. (b)
19. (b)  
20. (b)
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