जीव जगत का वर्गीकरण
(Biological Classification)
Previous Year Questions
(2012-2011)
Note:- प्रीवियस ईयर के questions रिपीट होते हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें
1. दूध से दही बनाने तथा ऐंटीबायोटिक्स के बनाने में सहायक सर्वाधिक प्रचुरता से पाये जाने वाले प्राक्केन्द्रकीयों को किस प्रकार श्रेणीगत किया जाता है? ( 2012)
(a) साइनोबैक्टीरिया
(b) आर्कीबैक्टीरिया
(c) रसायनसंश्लेषी स्वपोषी
(d) विषमपोषी बैक्टीरिया
2. साइनोबैक्टीरिया किस एक अन्य नाम से भी जाने जाते है। (2012)
(a) प्रोटिस्ट
(b) सुनहरे शैवाल
(c) अवपंक कवक
(d) नील हरित शैवाल
3. वाइरसों के विषय में कौन-सा एक कथन गलत है?( 2012)
(a) वे सभी परजीवी होते हैं।
(b) इन सभी में कुंडलिनीय सममिति होती है।
(c) इनमें न्यूक्लिक अम्लों तथा प्रोटीनों के संश्लेषण की क्षमता होती है।
(d) इन पर एंटीबायोटिक्स का प्रभाव नहीं होता है।
4. निम्नलिखित में से वह कौन-सा एक सूक्ष्म जीवाणु है, जो पौधों के साथ सहजीवन स्थापित करता है तथा उनके पोषण में सहायता करता है? (2012)
(a) एजेटोबैक्टर
(b) ऐस्पर्जिलस
(c) ग्लोमस
(d) ट्राइकोडर्मा
5. केन्द्रक-झिल्ली किसमें नहीं होती? (2012)
(a) पेनिसिलियम
(b) एगेरिकस
(c) वॉलवॉक्स
(d) नास्टॉक
6. निम्नलिखित में से
कौन-सा एक
जीव अथवा जीवों
का जोड़ा सही
वर्गिकी समूह के
अंतर्गत बताया गया है? ( 2012)
(a) पैरामीशियम तथा प्लाज्मोडियम
उसी एक जगत
में आते हैं
जिसमें पेनिसिलियम आती है।
(b) लाइकेन एक संयुक्त
जीव है, जो
एक शैवाल एवं
एक प्रोटोजोअन के
सहजीवी साहचर्य से बना
होता है।
(c) ब्रेड तथा बीयर बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला यीस्ट एक कवक है।
(d) नास्टॉक तथा ऐनाबीना
दोनों ही प्रोटिस्टा
के उदाहरण है।
7. सबसे अधिक पोषण विविधता किस समूह में पाई जाती हैं? (2012)
(a) फंजाई
(b) ऐनिमेलिया
(c) मोनेरा
(d) प्लाण्टी
8. पाँच-जगतीय
वर्गीकरण में, क्लेमाइडोमोनास
तथा क्लोरेला किसमें
सम्मिलित किए गए
हैं?(2012)
(a) प्रोटिस्टा
(b) शैवाल
(c) मोनेरा
(d) प्लाण्टी
9. निम्नलिखित में कौन-सा एक मिलान गलत है?(2011)
(a) मूलदाब-बिन्दुस्त्राव
(b) पक्सिनिया-कंड
(c) मूल-बाह्य आदिदार
(d) कोशिया-कोरछादी पुष्पदलविन्यास
10. एक जीवाणु
कोशिका में निम्नलिखित
में से कौन-सा एक
उत्प्रेरक का भी
काम करता है?( 2011)
(a) 5S rRNA
(b) sn RNA
(c) hn RNA
(d) 23S rRNA
उत्तर
Answers
1. (d)
2. (d)
3. (b)
4. (c)
5. (d)
6. (c)
7. (c)
8. (a)
9. (b)10. (d)
1.अधिकतर संख्या में एंटीबायोटिक का उत्पादन माइसिलियल जीवाणु द्वारा, एक्टीनोमाइसिटीज के रूप में माना जाता है। अधिकतर एक्टिनोमाइसिटीज विषमपोषी या मतपोषी होते है। लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया जो दही बनाने हेतु प्रयुक्त होता है, एक विषमपोषी बैक्टीरिया है।
2. साइनोबैक्टीरिया एक संघ है जिसमें प्रकाशसंश्लेषी यूबैक्टीरिया के दो समूहों को सम्मिलित किया है। नील हरित जीवाणु (सामान्यतः नील-रहित शैवाल या सायनोफाइटा) द्वारा घास-हरे जीवाणु या क्लोरोक्सीजीवाणु।
3. विषाणु में तीन वास्तुविदीय (Architectural) प्रकार पाये जाते हैं। कुण्डलित (लंबा शरीर उदाहरण TMV), घनाकार (छोटे चैड़े शरीर के साथ विषमकोण समचर्तुभुजी (Rhombic), गोलाकार, बहुभुजीय क्षेत्र(Polyhedral) का आकार उदाहरण पोलियो विषाणु) तथा बाईनल घनाकार (Cuboidal) तथा कण्डलित (Helical) भाग दोनों ही साथ में उदाहरण T2 फेज (Phage)।
4. एजेटोबैक्टर, एस्पर्जिलस एवं ट्राइकोडर्मा ये सभी स्वतंत्र जीवी सूक्ष्मजीवी है जो पौधों के पोषण में मदद करते हैं। ग्लोमस एक कवक है जो सहजीवी एण्डोमाइकोराइजा का निर्माण करता है जो पोषण के अवशोषण में, मुख्य रूप से फॉस्फोरस के मिट्टी से अवशोषण में सहायता करता है।
5. नास्टॉक एक साइनोजीवाणु अर्थात् प्रोकैरियोट है इसलिए इसमें वास्तविक केन्द्रक का अभाव होता है अतः केन्द्रक झिल्ली अनुपस्थित होती है व आनुवंशिक पदार्थ कोशिका द्रव्य में बिखरा पड़ा रहता है। पेनिसिलियम तथा एगेरिकस कवक है तथा वॉलवॉक्स एक शैवाल है तीनों ही यूकैरियोट्स है जिनमें सुसंगठित केन्द्रक पाया जाता है।
6. यीस्ट, एक एस्कोमाइकोटा संघ के एककोशिकीय कवक का समूह है। ये एकल कोशिका या समूह या कोशिकाओं की श्रृंखला के रूप में पाए जाते हैं। सैकेरोमाइसीज वंश का कवक शक्कर का किण्वन (Ferment) करता है तथा इसका उपयोग रोटी (ब्रेड) तथा बीयर बनाने में किया जाता है।
7. यद्यपि जीवाणु की संरचना बहुत ही साधारण होती है किन्तु ये स्वभाव में बहुत ही जटिल होती है यदि अन्य जीवों से तुलना करे तो जीवाणु एक समूह के रूप में अत्यधिक उपापचय विविधता को दर्शाते हैं। कुछ जीवाणु स्वपोषी (Autotrophic) होते हैं अर्थात् वे अपना भोजन अकार्बनिक पदार्थों से निर्मित करते हैं। ये प्रकाश संश्लेषी स्वयंपोषी या रसायन संश्लेषी स्वयंपोषी हो सकते हैं। अधिकतर जीवाणु विषमपोषी (Heterotrophic) होते हैं अर्थात् वे अपना भोजन स्वयं निर्मित नहीं करते हैं बल्कि अन्य जीवों या मृत कार्बनिक पदार्थ पर भोजन हेतु निर्भर करते हैं।
8. प्रोटिस्टा
9. ‘रस्ट (किट्ट)‘ संघ बेसिडियोमाइकोटा के एक परजीवी कवकों का समूह है। इस जाति के अनेक सदस्य अनाज फसलों की पत्तियों एवं तने पर आक्रमण करते हैं रोगकारी रस्ट पक्सीनिया, युरोमाइसीज, मिलमस्पोरा एवं हीमिलिया है।
10. प्रोकैरियोट्स में 70s राइबोसोम पाया जाता है जिसकी 50s व 40s दो उपइकाईया होती है। राइबोसोम कि बड़ी उपइकाई 50s में उपस्थित 23s rRNA होती है यह राइबोजाइम (उत्प्रेरक RNA) के रूप में कार्य करता है जो प्रोटीन संश्लेषण के दौरान पेप्टिडिल ट्रांसफेरेज एक्टिविटी प्रदर्शित करता है। यूकैरियोटिक कोशिकाओं में पेप्टिडिल ट्रांसफेरेज एक्टिविटी राइबोसोम की बड़ी उपइकाई (60s) के 28 rs RNA के द्वारा प्रदर्शित की जाती
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