Chhattisgarh board of secondary education - CLASS 10 - Social Science - september assignment (Question with answer) - Hindi and English Medium

 


 Chhattisgarh Board Of Secondary Education, Raipur  

Academic Session 2020-21

Month- September 

Assignment - 1  

Class - X 

Question and Answer

English and Hindi Medium

 



Subject - Social Science
Total marks - 20


Instruction:- Please attempt the questions as per given instruction.

Q. 1 Explain how can reuse everyday waste with examples.

 प्रश्न 1 प्रतिदिन के कचरे का दोबारा उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है ? उदाहरण सहित समझाइए।

Ans.  

We can reuse everyday waste by the following ways:

Reuse of polythene - Plastic can be used by melting it and it can be again used for making plastic and plastic materials.

Example:- Plastic bottles and glasses (disposal) are being used vastly.

Composting - Composting can be done by reusing the vegetables, food and animals waste. Waste materials can be reusable as compost and such composed materials are added to the soil for increase the fertility.

Reusing the clothes - clothes can be reused for decorting the interiors of the house as sewing curtains, table covers, mats etc.

Government - The Government can reuse the public wastes through the public waste Treatment Plant.

Reuse of paper -  Papers can be reused for making news papers, note books and many more things.

उत्तर: - 

 प्रतिदिन के कचरे का उपयोग पुनः दुबारा उपयोग किया जा सकता है घरों एवं कारखानों से निकलने वाले कचरे या अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग करने से सलाघनो का संरक्षण होता है तथा खनिजों की बचत होती है आज घरों शहरों नगरों से लाखों टन प्रतिदिन कचरा निकलता है यदि हम चाहे तो उसका पुनर्चक्रण करके उपयोग में ला सकते हैं 

(1) कचरे को अलग-अलग करके पून चक्रण करके उपयोग में ला सकते हैं जैसे प्लास्टिक से पुनः प्लास्टिक लोहे से पुनः लोहा बनाकर प्राप्त किया जा सकता है
(2) सब्जी के छिलके को पशुओं को खिलाकर उपयोग किया जा सकता है
(3) गोबर से कंपोस्ट खाद तैयार किया जा सकता है
(4) कटे फटे कपड़ों का उपयोग भी साज सज्जा सिलाई बुनाई के कार्यों में उपयोग किया जा सकता है
(5) गन्ने की खोई बिजली बनाई जा सकती है
(6) रद्दी पेपर से लुगदी बनाकर पुनः कागज प्राप्त किया जा सकता है
(7) सरकार द्वारा सार्वजनिक वेस्ट ट्रीटमेंट संयंत्र लगाकर कचरे का दोबारा उपयोग किया जा सकता है 

Q. 2 Should we depend on coal for electricity generation? What  can be its options.

प्रश्न 2 क्या विद्युत उत्पादन के लिए हमें कोयले पर निर्भर रहना चाहिए ? इसके क्या क्या विकल्प हो सकते हैं।

Ans.  

In the field of producing electricity, coal is one of the chief source as a raw material. In the 18th century the coal was used to melt the cast irons in the steel plants. Then it was used in the Rail engines and Ships and to run the equipment or machines in the factories.

But now-a-days, it is mainly used as fuel for the production of electricity. We should not solely dependent on the coal for generation of electricity because this resource is limited and it will definitely exhaust in future. Some of the alternative can be implemented as an option for generation of electricity.

(a) Nuclear Energy - Electricity can be easily produced in nuclear power plants with the help of nuclear energy.

(b) Bio Gas - Bio gases can be used in place of coal as it is a healthy way to keep our environment clean and it can be used as a natural gas for producing electricity.

(c) Solar Energy - Solar Energy is the easiest and cheapest way to generate electricity. It is most abundant resource on the Earth. It is most abundant resource on the Earth. It is also an eco-friendly alternative.

(d) Wind Energy - Wind Energy is also a pollution free alternative to coal for producing electricity.

उत्तर: - 

उर्जा के स्रोतो में कोयला प्रमुख संसाधन

प्रारंभ में कोयले का उपयोग इंधन के रूप में किया जाता था कोयला 18 वी सदी के ओवी करण का महत्वपूर्ण आधार बना इसका औद्योगिक उपयोग कई परिवर्तनों से जुड़ा है 18 वी सदी में इसका उपयोग लौह अयस्क गलाने तथा लोहा इस्पात उद्योग में किया जाने लगा भाप संचालित इंजन जिसका उपयोग रेल गाड़ी खींचने जहाज चलाने व कारखाने की मशीनों को चलाने के लिए किया जाता था कोयले के बिना संभव नहीं हो पाता था वर्तमान में कोयले का उपयोग मुख्य रूप से बिजली उत्पादन में होता था भारतीय  भूगभिक सर्वेक्षण विभाग ने 2006 में अनुमान लगाया है कि 1200 मीटर की गहराई पर कोयले की तनु में लगभग 253 आरा टन कोयला संचित है

वर्तमान समय में विद्युत उत्पादन के लिए कोयले पर निर्भर नहीं रहना चाहिए बल्कि कोयले का विकल्पों पर जोर देने चाहिए उसके नियम विकल्प हो सकते हैं

(1) विद्युत प्राप्त करने के लिए हमें अधिक से अधिक सौर ऊर्जा का उपयोग करना चाहिए

(2) विद्युत प्राप्त करने के लिए बायोगैस भी विकल्प है जिससे हम विद्युत प्राप्त कर सकते हैं

(3) पवन ऊर्जा से कोयले की निर्भरता को कम किया जा सकता है

(4) परमाणु इस ईंधन का उपयोग करने से भी कोयले की निर्भरता कम किया जा सकता है

 

Q. 3 What is the differences between renewable resources and  non-renewable resources?  

प्रश्न. 3 नवीकरणीय संसाधन और अनवीकरणीय संसाधन में क्या अंतर है।

Ans. The differences between renewable resources and  non-renewable resources are as follows :-

Renewable Resources

Non-Renewable Resources

       1.       

Those resources which can be used again and again are called renewable resources.

        1.        

Those resources which cannot be used again and again are called non-renewable resources.

       2.       

These resources cannot be exhausted.

        2.        

These resources are exhaustible.

       3.       

Renewable resources cannot be depleted over time.

        3.        

Non - Renewable resources cannot be depleted over time.

       4.       

Renewable resources have low carbon emissions.

        4.        

Non - Renewable resources have higher carbon emissions.

     5.       

Eg- Sunlight, Water, Wind and also geothermal sources.

         5.        

Eg- Fossil fuels, Coal, Petroleum, etc.

उत्तर: - 

नवीकरणीय संसाधन

अनवीकरणीय संसाधन

      1.       

नवीकरणीय  वे  संसाधन है जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं से नवीकृत होते रहते हैं ये पृथ्वी पर सतात विद्यमान रहते हैं जैसे वायु , जल,  वन, पशु।


      1.        

अनवीकरणीय संसाधन वे है जो पृथ्वी पर एक सीमित मात्रा में भी उपलब्ध है उनका नवीनीकरण नहीं किया जा सकता जैसे लोहा कोयला खनिज तेल।

      2.       

यह संसाधन कभी भी समाप्त नहीं।

     2.        

अधिकाथिक उपयोग करने से यह जल्द समाप्त हो जाएंगे।

      3.       

असमिति मात्रा में पृथ्वी पर उपलब्ध है।

     3.        

ये संसाधन पृथ्वी पर सीमित है।

       4.       

नवीकरणीय संसाधन का पुनः उपयोग किया जा सकता है।

     4.        

उनका पूरा उपयोग नहीं किया जा सकता है।

      5.       

पृथ्वी पर उसका विपुल भंडार है।

      5.        

उसका भंडार सीमित है।

       6.        

उसका एक बार उपयोग करने के बाद उसे पुनः उपयोग किया जा सकता है। 

      6.        

उसका एक बार उपयोग करने के बाद दोबारा उपयोग नहीं किया जा सकता है। 



Q. 4 Which public interest is important to keep in mind for the  establishment of the industry?  

प्रश्न. 4 उद्योग की स्थापना के लिए कौन-कौन से सार्वजनिक हित को ध्यान में रखा जाना बेहद जरूरी है

Ans. The following points should be keep in mind for the establishment of the industry in public interest :-

1) Firstly, an industry should have policies which ensure public welfare, development and their health concerns.

2) Industry should also focus on one of the most important factor that is employment because this leads to the growth of GDP (Gross Domestic Product).

3) Industry should give compensation in case of any accidental injury.

4) Industry should provide the conveyance facility to the workers and employees.

5) It should also provide other health facilities.

6) Industry, primarily should be able to give the eco-friendly environment to the citizens.

उत्तर: - 

उद्योगों की स्थापना सरकार पर निर्भर करती है यदि सरकार की औद्योगिक नीति में उद्योगों की स्थापना के लिए उदारता नहीं होगी तो कोई भी उद्योगपति उद्योग लगाने के लिए आगे नहीं आएगा उद्योगपति ऐसे देशों में अपनी पूंजी निवेश करते हैं जहां शासकीय नीतियां लचीली होती है जहां शासन अर्थव्यवस्था में हस्तक्षेप कम से कम करें और कर कम से कम हो जहां बुनियादी सुविधाएं जैसे शिक्षा स्वास्थ्य सड़क बिजली यातायात व बाजार व्यवस्थित हो

1) उदारीकरण - उदारीकरण का अर्थ है नियमों व प्रक्रियाओं को आसान बनाकर लाइसेंस परमिट राज को कम करना जिससे विदेशी कंपनी अपने प प्राघोगिकी व तकनीकी के साथ कारखाने लगा सके 

2) निजीकारण - सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रमों निजी हाथों में बेचा जाना उन उपक्रमों का निजीकरण करना कहलाता है विगात सालों में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में घटते लाभ को देखते हुए उनके प्रबंधक में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने घटाने में चल रहे हैं बीमार उद्योग को बंद करने की मांग तेजी से बढ़ने लगी

3) वैश्वीकरण - 1980 व 1990 के दर्शकों में शुरू हुई वैशवी करण की प्रक्रिया के तहत पूंजी के साथ-साथ वस्तुएं और सेवाएं शमिक और संसाधन एक देश से दूसरे में सरलता पूर्वक आ जा सकते हैं


Q. 5 If you want to make indicators for the development of your  school, what would you like to put in it? Write down your  thoughts.

प्रश्न. 5 यदि आपको अपने स्कूल के विकास के लिए संकेतक बनाने हो तो उसमें आप क्या-क्या रखना चाहेंगे। अपने विचार लिखिए

Ans.  If i want to make indicators for the development of my school, then the following points should be kept in my mind and also I would like to take the steps mentioned below for the development of my school.

1) Model School

2) A visionary Principal.

3) Trained lectures and teachers.

4) Rooms with proper air-ventilation.

5) Good student - teacher ratio.

6) A well organised play ground.

7) Playing equipment.

8) Gym for the students.

9) Physical teacher/ Sports teacher.

10) Practical Labs (well designed).

11) Obviously good education should be focused.

12) Clean drinking water.

13) Proper Discipline.

14) Library.

15) Scout guide/NCC/NSS.

16) Morality and Etiquette.

उत्तर: - 

यदि मुझे अपने स्कूल के विकास के लिए संकेत बनाना हो तो मैं निम्न संकेतको को शामिल करना चाहूंगा सबसे पहले में विकास का अर्थ  बताना चाहूंगा विकास मतलब तरक्की या प्रकृति होता है और यह विकास एक व्यक्ति का ना होकर सार्वजनिक हित से संबंधित हो तो उसे विकास कहेंगे हमारे स्कूल के विकास के लिए निम्न बातों को शामिल करना चाहूंगा

1) आदर्श साला 

2)दूरदर्शी प्रचार 

3) प्रशिक्षित व्याख्याता शिक्षक

4) वातानुकूलित कमरे 

5) खेल का मैदान 

6) खेल शिक्षक (क्रीडा) 

7) प्रयोगशाला परिचारक 

8) अच्छी पढ़ाई 

9) पीने का पानी की व्यवस्था

10) अनुशासन 

11) बाल कैबिनेट का गठन

12) नैतिकता एवं शिष्टाचार का पाठ

13) पुस्तकालय का व्यवस्था

14) स्काउट गाइड की व्यवस्था