Chhattisgarh board of secondary education - CLASS 10 - Hindi - september assignment (Question with answer) - Hindi and English Medium

 


 Chhattisgarh Board Of Secondary Education, Raipur  

Academic Session 2020-21

Month- September 

Assignment - 1  

Class - X 

Question and Answer

English and Hindi Medium 

 



Subject - Hindi
Total marks - 20

प्रश्न 1 शोण और नर्मदा प्रणय कथा को लिखिए?
उत्तर- शोण और नर्मदा प्रणय कथा। जूहिला नामक नर्मदा को साखी ने सब गड़बड़ कर दिया। नर्मदा जूहिला को दूति बनाकर अपना प्रणय संदेश शोणभद्र के पास भेजती है । जूहिला शोण के व्यक्तित्व पर मुग्ध हो जाती है। वह नर्मदा का रूप लेकर सोन का वर्णन कर लेती है।यह बात नर्मदा को पता चलती है तो वह मोर क्रोध के उल्टे पांव लौटकर पश्चिम की ओर वेगवती होकर चल पड़ती है। चट्टान को तोड़ती, पहाड़ों को किनारे करती, उछलती, उत्ताल तरंगों से रव  करती वह बहती ही चली जाती है । पिछे मुड़कर वह नहीं देखती है। उधर शोण को इस रहस्य का पता चलता है तो वह भी विरह संतत्त होकर अमरकंटक के उच्च शिखर से छलांग लगा लेता है। पूर्व की ओर विरह विधुर मन लिए वह निकलता है। बहता ही चला जाता है।

प्रश्न 2- दिए गए पद्यांश का संदर्भ प्रसंग व्याख्या सहित साहित्यिक विशेषता लिखिए :- छोटी-बड़ी कई झीलें है उनके श्यामल नील-सलिल समतल देशों से आ-आकर पावास की उमस से आकुल तिक्त-मधुर बिसतंतु खोजते हंसो को चीरते देखा है बादल को घिरते देखा है

उत्तर-
कवि का नाम - नागार्जुन पाठ का नाम -बादल को घिरते देखा प्रसंग - प्राकृतिक तत्वों का वर्णन किया गया है। व्याख्या- कवि कहते हैं कि धवल हिमगिरि पर कई छोटी बड़ी झील है।इन झीलों के काले नीले जल में पावस की उमस से व्याकुल पक्षी कीड़े मकोड़ों को खोजने आते रहते हैं।इसी झील में हंस भी करते रहते हैं। इसी शिखर पर बादल घिरते हैं। विशेष- प्रकृति का सूक्ष्म चित्रण किया गया है।


प्रश्न 3 "बादल को घिरते देखा है" कविता के प्राकृतिक चित्रण का आचार बिंदुओं में वर्णन कीजिए?

उत्तर-
उत्तर निर्मल पर्वत शिखर पर बादल घिरते रहते हैं। बादल में स्थित वाष्प कण मोती जैसे ओस के सामान कमल के फूलों पर गिरते हैं। वर्षा की उमस से प्रभावित पक्षी सरोवर के जल में कीड़े मकोड़े खोजते हैं ।इसी सरोवर मे हंस भी तैरते हैं। हवा मंद गति से बहती है।उगते सूरज की किरणों से तालाब का कमल स्वर्णिम दिखाई देता है। रात भर अलग रहने वाले चकवा चकवी का सुबह कंदन बंद हो जाता है शैवल पर प्रणय क्रीडा करते हैं। दुर्गम घाटी के कस्तूरी मृग अपनी कस्तूरी की सुगंध से उन्मादित होकर दौड़ते हैं कस्तूरी ना दिखने पर चिढ़ जाते हैं। यहां प्रगति भी बादलों के घिरने पर उन्मादित हो जाते है।

प्रश्न 4 अमरकंटक ने नर्मदा को जन्म देकर भारत को वरदान दिया है । ऐसा क्यों कहा गया है? कोई चार तर्क देकर अपने विचार लिखिए।
उत्तर- 
अमरकंटक से निकली नर्मदा नदी मध्य भारत की सबसे बड़ी नदी है। इसके किनारे असंख्य आम,जामुन और सरई के पेड़ हैं।ऋषि-मुनियों की तपोभूमि है। नर्मदा के उद्गम से मुहाने तक परिक्रमा की जा सकती है। मध्य भारत से गुजरात तक कृषि और उद्योगों का या आधार है।इसके किनारे बॉक्साइट के भंडार है।नर्मदा ने जबलपुर में संगमरमर का विश्व प्रसिद्ध कैनियन बनाया है। इसने अनेक जीवों को जल आपूर्ति देकर बचाया है। इसलिए नर्मदा भारत के लिए वरदान है।
 
प्रश्न 5 आपने अमरकंटक की यात्रा की है आप अपने मित्र को अमरकंटक के प्राकृतिक दृश्यों का वर्णन करते हुए पत्र लिखिए।
उत्तर
प्रिय सखी प्रीति,
स्नेह !
आशा है तुम सकुशल होगी। मैं यहां भी अपने परिवार परिवारजनों की साथ सकुशल हो। दो दिन पूर्व ही अमरकंटक की यात्रा कर वापस लौटी हूं। शुरुआत में हम पेंड्रारोड पहुंचे वहां से अमरकंटक का रास्ता सघन वन पान्स से होकर जाता है,यहाँ रोड के किनारे सराई के सघन पेड़ दिखाई पड़ रहे थे और हमें रास्ते में मेकल पर्वत भी दिखाई पड़ा। अमरकंटक पहुंचने पर हम नर्मदा के उद्गम स्थल पर भी गए। उसके आस पास बहुत से मंदिर स्थित है चारों ओर मंदिरों से गिराया स्थल संपूर्ण शरीर में नई स्क्रूति का संचार करती है साथ ही साथ हमें सोन नदी और नर्मदा नदी की प्रेम कथा का पता चला। सोम नदी का उद्गम स्थल यही है। यहां की प्रकृति दृश्य बहुत ही सुंदर है जो मन को मोह लेता है।
तुम्हारी छुट्टियां कैसी बीती इसका उल्लेख अपने पत्र में अवश्य करना चाहता चाची को मेरा प्रणाम।
तुम्हारी प्रिय सखी
आकांक्षा